किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण

🩺 किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण – चेहरे से लेकर पैरों तक, जानें कब लें डॉक्टर की सलाह

भारत में किडनी से जुड़ी बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
अस्वस्थ जीवनशैली, अनहेल्दी डाइट, कम पानी का सेवन, ज्यादा प्रोसेस्ड फूड, चाय-कॉफी का अत्यधिक सेवन, और लंबे समय तक बैठे रहना—ये सभी कारण किडनी के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।

किडनी हमारे शरीर में फिल्टर का काम करती है, जो खून से वेस्ट प्रोडक्ट्स और अतिरिक्त पानी निकालती है।
जब किडनी की क्षमता घटने लगती है, तो शरीर कई चेतावनी संकेत (Warning Signs) देता है। इन्हें समय रहते पहचानना बहुत जरूरी है।


1️⃣ चेहरे पर सूजन (Facial Swelling)

जब किडनी सही से काम नहीं करती, तो शरीर में टॉक्सिन्स और फ्लूड जमा होने लगते हैं।
इससे सुबह के समय आंखों के आसपास और दिन में पूरे चेहरे पर सूजन आ सकती है।

  • यह सूजन सॉफ्ट और पफी होती है।
  • संक्रमण, चोट या एलर्जी के बिना यदि सूजन बनी रहती है, तो किडनी जांच करानी चाहिए।

2️⃣ पैरों और टखनों में सूजन (Leg & Ankle Edema)

लोअर लिम्ब एडिमा किडनी डैमेज का आम संकेत है।
जब प्रोटीन पेशाब के जरिए निकलने लगता है (प्रोटीनयूरिया), तो खून में एल्ब्यूमिन का स्तर गिरता है, जिससे तरल पदार्थ ऊतकों में जमा होने लगता है।

  • पैरों, टखनों और पंजों में भारीपन और सूजन महसूस हो सकती है।
  • अक्सर यह सूजन शाम के समय ज्यादा दिखती है।

3️⃣ पेशाब में झाग (Foamy Urine)

लगातार पेशाब में झाग या बुलबुले बनना इस बात का संकेत है कि पेशाब में प्रोटीन मौजूद है।

  • यह स्थिति नेफ्रोटिक सिंड्रोम या किडनी डैमेज का लक्षण हो सकती है।
  • बार-बार या लंबे समय तक झाग आने पर यूरिन टेस्ट (Urine Protein Test) कराना जरूरी है।

4️⃣ पेशाब में खून (Hematuria)

पेशाब का गुलाबी, लाल या कोला रंग होना खून की मौजूदगी का संकेत देता है।
इसके कारण:

  • किडनी स्टोन
  • ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (किडनी फिल्टर में सूजन)
  • पेशाब नली का संक्रमण (UTI)
  • कैंसर (किडनी या ब्लैडर)

यह एक इमरजेंसी सिचुएशन हो सकती है, इसलिए तुरंत नेफ्रोलॉजिस्ट से संपर्क करें।


5️⃣ अन्य चेतावनी संकेत (Other Warning Signs)

  • थकान और कमजोरी – किडनी डैमेज से एनीमिया हो सकता है।
  • भूख न लगना, मतली और उल्टी – शरीर में टॉक्सिन्स के जमा होने से।
  • हाई ब्लड प्रेशर – किडनी और BP का आपस में गहरा संबंध है।
  • कम पेशाब आना या बार-बार पेशाब आना – फ़िल्ट्रेशन की गड़बड़ी का संकेत।

🩺 निष्कर्ष (Conclusion)

किडनी की बीमारी अक्सर धीरे-धीरे और बिना दर्द के बढ़ती है
चेहरे या पैरों में सूजन, पेशाब में झाग या खून, और अन्य लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
समय पर जांच, ब्लड और यूरिन टेस्ट, और उचित इलाज से किडनी को बचाया जा सकता है।


⚠️ मेडिकल डिस्क्लेमर

यह लेख केवल शैक्षिक और जागरूकता के उद्देश्य से है।
स्वयं निदान या इलाज करने की बजाय, यदि ऊपर बताए गए लक्षण दिखें तो क्वालिफाइड डॉक्टर या नेफ्रोलॉजिस्ट से तुरंत संपर्क करें।